दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला दिया है. पुलिस का कहना है कि जामिया के गेट नंबर 7 पर प्रदर्शन की वजह से होली फैमिली अस्पताल की तरफ से जामिया मिल्लिया मेट्रो स्टेशन की तरफ आने वाली सड़क ब्लॉक है.
- जामिया के गेट पर सीएए के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन
- पुलिस ने कहा- यूनिवर्सिटी के गेट से हटें प्रदर्शनकारी
- जामिया के समीप फायरिंग की हो चुकी हैं 2 घटनाएं
- कानून-व्यवस्था का हवाला देकर यूनिवर्सिटी को पत्र
दिल्ली पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर 7 से प्रदर्शनकारियों को हटने को कहा है. इस सिलसिले में जामिया नगर पुलिस थाना के प्रभारी उपेंद्र सिंह ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है.
पुलिस ने कहा है कि जामिया नगर इलाके में कानून-व्यवस्था संकट में हैं. प्रदर्शनकारियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं. पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया को यह पत्र 2 फरवरी की रात को हुई फायरिंग के बाद लिखा है.पुलिस का कहना है कि जामिया के गेट नंबर 7 सात पर छात्र, पूर्व छात्र और कुछ स्थानीय लोग नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC)के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसकी वजह से होली फैमिली अस्पताल की तरफ से जामिया मिल्लिया मेट्रो स्टेशन की तरफ आने वाली सड़क ब्लॉक है. न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और शाहीन बाग इलाके में फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं. जामिया के गेट नंबर सात पर भी 2-3 फरवरी की दरमियानी रात फायरिंग हुई थी.
पुलिस ने कहा कि इस संबंध में जामिया नगर पुलिस थाने में एक केस भी दर्ज है. जामिया नगर इलाके में कानून-व्यवस्था संकट में हैं. प्रदर्शनकारियों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं.
पुलिस ने जामिया के रजिस्ट्रार से अपील करते हुए लिखा है कि दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले चुनाव के मद्देनजर और किसी प्रकार की प्रतिकूल स्थिति को टालने के लिए प्रदर्शनकारियों का हटना जरूरी है.
बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है, और इस बीच, जामिया के समीप फायरिंग की दो घटनाएं हो चुकी हैं. पहली घटना 30 जनवरी की है जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर एक नाबालिग लड़के ने गोली चलाई थी.
इसमें पत्रकारिता का एक छात्र जख्मी हो गया था. वहीं 2 फरवरी की रात को दो संदिग्धों ने फायरिंग को अंजाम दिया था. हालांकि इस मामले में अभी तक की किसी की पहचान नहीं हो पाई.